लॉकडाउन के तीसरे चरण की घोषणा से पूर्व सरकार ने कई तरह की छूट की घोषणा कर सबको चौंका दिया। ज्यातादर दुकानों-कंपनियों को खोलने के साथ प्रवासी मजदूरों को अपने-अपने राज्यों में जाने की छूट की घोषणा इससे ठीक पहले की गई। दरअसल कोरोना संक्रमण दर और मृत्यु दर में गिरावट तथा लोगों के ठीक होने की दर में उल्लेखनीय बढ़ोत्तरी की रिपोर्ट के बाद सरकार ने इस आशय का फैसला लिया।
सरकार का आकलन है कि मई के तीसरे हफ्ते संक्रमितों की संख्या बढ़ेगी। इसके बाद वायरस की उल्टी गिनती शुरू होगी। मई के अंत तक स्वस्थ होने वालों की संख्या 27.5 फीसदी से बढ़कर 50 फीसदी से ऊपर हो जाएगी। गौरतलब है कि शुरुआती दौर में संक्रमण की दर 4.5 फीसदी थी, जो अब घटकर 3.8 फीसदी रह गई है। संक्रमितों की संख्या भले 40,000 के आंकड़े को पार कर गई है, मगर दूसरा पहलू यह भी है कि 12 हजार लोग स्वस्थ हो चुके हैं। 20 जिलों तक सीमित रखने में कामयाबी कोरोना की दस्तक के दो हफ्ते बाद से इसे करीब 20 जिलों तक सीमित रखने में कामयाबी मिली है। इन्हीं बीस जिलों में 70 फीसदी संक्रमित हैं और 72 फीसदी मौतें भी इन्हीं जिलों में हुई हैं। सरकार के एक वरिष्ठ रणनीतिकार के अनुसार इन 20 जिलों का असर इनके पड़ोसी जिलों पर नहीं पड़ा है। इसका अर्थ यह है कि इन जिलों में इस वायरस से लड़ने की योजना कामयाब हो रही है।
मुंबई-अहमदाबाद नियंत्रण में, मगर डरा रही दिल्ली
पहले सरकार को मुंबई, पुणे, अहमदाबाद और दिल्ली की बड़ी चिंता थी। इन्हीं महानगरों में कोरोना का प्रकोप ज्यादा था। हालांकि दिल्ली को छोड़कर बाकी जगह सुधार के संकेत हैं। दिल्ली के सभी 14 जिले रेड जोन में हैं। इसके बावजूद राज्य सरकार द्वारा कई गतिविधियों में छूट देने से केंद्र चिंतित है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कोरोना से निपटने के लिए राज्य सरकार को और सख्त कदम उठाने तथा कम से कम रियायत देने की सलाह दी है।
सामाजिक दूरी को नहीं माना तो और बढ़ेगा कोरोना संक्रमण
मंत्रालय ने दी सलाह, ढील दी तो बढ़ सकते हैं मामले
शराब की दुकानों पर हुजूम उमड़ने पर स्वास्थ्य मंत्रालय ने चिंता जताई है। मंत्रालय का कहना है, लोगों ने सामाजिक दूरी को नहीं माना तो संक्रमण बढ़ेगा। मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव कुमार अग्रवाल ने कहा कि पीएम मोदी पहले ही कह चुके हैं कि जान भी जरूरी है और जहान भी, इसलिए लॉकडाउन से राहतों का लाभ लोगों को सतर्कता के साथ लेना चाहिए। छूट में भी लोग सामाजिक दूरी के नियमों का पालन करें। जरूरी काम होने पर ही घरों से निकलें और भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें। जबकि लोग ऐसा नहीं कर रहे हैं। ऐसे में अगर ढील देने पर संक्रमण का दायरा तेजी से बढ़ सकता है। लव अग्रवाल ने कहा कि अगर लोग सोचते हैं कि वायरस उन्हें नहीं होगा तो वह अपने परिवार, पड़ोस को मुश्किलों में डाल रहे हैं।
गृह मंत्रालय ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर
गृह मंत्रालय की संयुक्त सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने कहा कि राज्यों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि राज्यों के बीच माल ढुलाई के आवागमन में कोई समस्या नहीं आए। इसके लिए गृह मंत्रालय ने कंट्रोल रूम नंबर 1930 और नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया हेल्पलाइन नंबर 1033 जारी किया है और कहा है कि इसका उपयोग ड्राइवरों और ट्रांसपोर्टरों द्वारा लॉकडाउन से संबंधित किसी भी शिकायत को दर्ज करने के लिए किया जा सकता है।