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नौकरीपेशा को बड़ा झटका! 7 फीसदी से कम हो सकती है PPF की ब्‍याज दर, छोटी बचत योजनाओं पर घटेंगी ब्‍याज दरें!

नई दिल्‍ली. नौकरीपेशा लोगों के लिए जुलाई की शुरुआत बड़ा ढटका दे सकती है. दरअसल, उम्‍मीद की जा रही है कि केंद्र सरकार सुकन्‍या समृद्धि योजना, डाक बचत योजना या पब्लिक प्रॉविडेंट फंड जैसी छोटी बचत योजनाओं (Small Savings Schemes) में निवेश पर ब्‍याज दरें (Interest Rates) घटा सकती है. यही नहीं, पीपीएफ (PPF) पर ब्‍याज दर घटाकर 7 फीसदी से नीचे की जा सकती है. अगर ऐसा हुआ तो 46 साल बाद पीपीएफ पर ब्‍याज दरें इतनी कम होंगी. बता दें कि 1 अप्रैल 1974 से 31 जुलाई 1974 के बीच पीपीएफ पर ब्‍याज दर 5.8 फीसदी थी. इसके बाद 1 अगस्त, 1974 से 31 मार्च, 1975 के बीच पीपीएफ ब्याज दर को बढ़ाकर 7 फीसदी कर दिया गया था. तब से पीपीएफ ब्याज दर कभी भी 7 फीसदी से नीचे नहीं गईं, लेकिन इस बार ऐसा होने के आसार नजर आ रहे हैं.

सरकारी बॉन्‍ड्स के यील्‍ड में कमी के कारण हो सकता है ऐसा
निवेश विशेषज्ञों के मुताबिक, सरकारी बॉन्‍ड का यील्‍ड (Government Bonds Yields) लगातार घटता जा रहा है. छोटी बचत स्‍कीमों की ब्‍याज दर सरकारी बॉन्‍ड के यील्‍ड से जुड़ी होती है. वहीं, 1 अप्रैल से 10 साल के सरकारी बॉन्‍ड की यील्‍ड औसतन 6.07 फीसदी रही है. फिलहाल ये घटकर 5.85 फीसदी पर पहुंच गई है. इसलिए छोटी बचत योजनाओं पर जुलाई-सितंबर 2020 तिमाही के दौरान ब्‍याज दरों को कम (Decreased) किया जा सकता है. बता दें कि स्‍मॉल सेविंग स्‍कीम्‍स के तहत दिए जाने वाले ब्याज की समीक्षा (Review) हर तिमाही में की जाती है. जुलाई-सितंबर 2020 तिमाही के लिए ब्‍याज दरों में बदलाव अगले सप्‍ताह होना है.

ऐसे घटकर 7 फीसदी के नीचे जा सकता है पीपीएफ पर ब्‍याज

पीपीएफ की ब्‍याज दर 10 साल के सरकारी बॉन्‍ड की यील्‍ड से जुड़ी रहती है. अप्रैल-जून तिमाही के लिए पीपीएफ की ब्‍याज दर को 7.1 फीसदी रखा गया था. अप्रैल में ब्‍याज दरों में तेज गिरावट आई थी. इससे पीपीएफ की दर 7.9 फीसदी से घटाकर 7.1 फीसदी की गई थी. अब अगर इसमें सरकारी बॉन्‍ड्स के यील्‍ड के मुताबिक 15 से 20 आधार अंकों की भी कमी जाती है तो ये 7 फीसदी के नीचे पहुंच जाएगी. इसके अलावा सीनियर सिटीजंस सेविंग्‍स स्‍कीम (SCSS) की दर 8.6 फीसदी से घटाकर 7.4 फीसदी कर दी गई थी. नेशनल सेविंग्‍स सर्टिफिकेट (NSC) की दरें 7.9 फीसदी से घटाकर 6.8 फीसदी और सुकन्‍या समृद्धि योजना (SSC) की 8.4 फीसदी से घटकर 6.9 फीसदी रह गई थी.

किसान विकास पत्र पर कॉन्‍ट्रैक्‍ट की दर से ही मिलेगा ब्‍याज
हालांकि, एनएससी और किसान विकास पत्र (KVP) पर मैच्‍योरिटी तक कॉन्‍ट्रैक्‍ट की दर से ब्‍याज मिलता रहेगा. वहीं, पीपीएफ और सुकन्‍या समृद्धि योजना के निवेश पर नई दरों का सीधा असर पड़ेगा. बता दें कि इस समय छोटी बचत योजनाओं में किए गए निवेश की ब्‍याज दरें बैंक में जमा (Bank Deposits) की दरों की तरह घट रही हैं. छोटी अवधि के फिक्‍स्‍ड डिपॉजिट (FD) की दरें कुछ मामलों में बचत खाते में जमा के बराबर रह गई हैं. बता दें कि 2015 से छोटी बचत स्‍कीमों को बाजार आधारित व्‍यवस्‍था पर छोड़ दिया गया था. इसके बाद इनकी ब्‍याज दरों को सरकारी बॉन्‍ड्स पर यील्‍ड के हिसाब से घटना या बढ़ना था.

ब्‍याज दरें घटाए जाने के बाद भी बंद न करें अपना निवेश
काफी समय से सरकारी बॉन्‍ड्स पर यील्‍ड घटने के बाद भी सरकार ने छोटी बचत स्‍कीमों की ब्‍याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया था. पिछली बार भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से ब्‍याज दरों में भारी कटौती के बाद सरकार को छोटी बचत योजनाओं में निवेश पर ब्‍याज दरों को भी घटाना पड़ा. अब सवाल ये है कि अगर सरकार अप्रैल-जून 2020 तिमाही की ही तरह जुलाई-सितंबर 2020 तिमाही के लिए भी ब्‍याज दरें घटाती है तो छोटी बचत योजनाओं में निवेश करना चाहिए या नहीं. निवेश विशेषज्ञों का मानना है कि ब्‍याज दरें घटने के बाद भी नौकरीपेशा लोगों को छोटी बचत योजनाओं में निवेश बंद नहीं करना चाहिए. दरअसल, इस समय महंगाई दर कम है. ऐसे में महंगाई को समायोजित करने पर मिलने वाला लाभ काफी अच्‍छा रहेगा.

फिलहाल किस बचत योजना पर कितनी है ब्‍याज दर
इस समय 1 से 3 साल की एफडी पर 5.5 फीसदी तो 5 साल के फिक्‍स्‍ड डिपॉजिट पर 6.7 की दर से ब्‍याज मिल रहा है. इसके अलावा 5 साल के रिकरिंग डिपॉजिट पर अप्रैल-जून 2020 की तिमाही के लिए ब्‍याज दर 5.8 फीसदी है. सीनियर सिटीजन स्‍कीम में 5 साल के निवेश पर 7.4 फीसदी तो मंथली इनकम अकाउंट पर 6.6 फीसदी ब्‍याज दर है. नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट पर 6.8 फीसदी और किसान विकास पत्र पर 6.9 फीसदी ब्‍याज दर है. सुुकन्‍या समृद्धि योजना में किए गए निवेश पर 7.6 फीसदी ब्‍याज दर है.

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