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Best Post Office Investment Schemes in 2020: डाक घर की बचत योजनाएं, अच्छे रिटर्न के साथ पैसा 100% सेफ

Best Post Office Investment Schemes: सुरक्षित व अच्छे रिटर्न के लिए पोस्‍ट ऑफिस यानी डाक घर की बचत योजनाओं को बेहतर माना जाता है. इसक पीछे वजह है कि पोस्‍ट ऑफिस स्कीम्स में निवेश किए गए पूरे पैसे के 100 फीसदी सेफ रहने की गारंटी होती है. पोस्‍ट ऑफिस 9 बचत योजनाओं की पेशकश करता है, जिन पर मौजूदा ब्याज दर 7.6 फीसदी सालाना तक है. पोस्‍ट ऑफिस में सेविंग्स अकाउंट, टाइम डिपॉजिट (TD) अकाउंट से लेकर SCSS, PPF, KVP, NSC और सुकन्या समृद्धि अकाउंट (SSY) तक खुलवाए जा सकते हैं. आइए जानते हैं पोस्‍ट ऑफिस की इन बचत योजनाओं की डिटेल….

सेविंग्‍स अकाउंट

पोस्‍ट ऑफिस में 500 रुपये में सेविंग्‍स अकाउंट खुल जाता है. एक पोस्‍ट ऑफिस में एक ही बचत खाता खुलवा सकते हैं. इस वक्त पोस्‍ट ऑफिस सेविंग्‍स अकाउंट पर सालाना ब्याज दर 4 फीसदी है. इसे सिंगल या ज्वॉइंट में, 10 साल से अधिक उम्र के नाबालिग बच्चे के नाम पर, दिमागी रूप से कमजोर व्यक्ति के लिए खुलवा सकते हैं.

बैंकों की तरह पोस्‍ट ऑफिस सेविंग्स अकाउंट में भी मिनिमम मंथली बैलेंस मेंटेन करना होता है. अकांउट के लिए मिनिमम बैलेंस 500 रुपये रखना तय है. मिनिमम बैलेंस बरकरार न रखने पर हर वित्त वर्ष के आखिरी दिन अकाउंट से 100 रुपये की मेंटीनेंस फीस काट ली जाएगी. फीस काटने के बाद अगर खाते में बैलेंस निल हो गया तो यह अपने आप बंद हो जाएगा.

पोस्‍ट ऑफिस सेविंग्‍स अकाउंट पर चेक/एटीएम सुविधा, नॉमिनेशन सुविधा, अकाउंट एक पोस्‍ट ऑफिस से दूसरे में ट्रांसफर कराने की सुविधा, इंट्रा ऑपरेबल नेटबैंकिंग/मोबाइल बैंकिंग की सुविधा, पोस्‍ट ऑफिस सेविंग्स अकाउंट्स के बीच ऑनलाइन फंड ट्रांसफर की सुविधा उपलब्ध है. अकाउंट को एक्टिव रखने के लिए 3 वित्त वर्षों के अंदर कम से कम एक बार डिपॉजिट या विदड्रॉल करना जरूरी है.

5 साल वाला रिकरिंग डिपॉजिट (RD)

पोस्‍ट ऑफिस में मिनिमम 100 रुपये प्रति माह के इन्‍स्‍टॉलमेंट पर RD खुल जाती है. इसका मैच्योरिटी पीरियड 5 साल है. पोस्‍ट ऑफिस RD पर मौजूदा ब्याज दर 5.8 फीसदी सालाना है. अकाउंट सिंगल या ज्वॉइंट में, 10 साल से अधिक उम्र के नाबालिग और दिमागी रूप से कमजोर व्यक्ति के नाम खुलवा सकते हैं. अगर इसे माह की 15 तारीख से पहले खुलवाया है तो हर महीने की 15 तारीख से पहले आपका मंथली इन्‍स्‍टॉलमेंट इसमें डिपॉजिट हो जाना चाहिए.

वहीं अगर 15 तारीख के बाद खुलवाया है तो महीने की आखिरी तारीख तक इसका डिपॉजिट होना जरूरी है. तय तारीख तक मंथली डिपॉजिट जमा न होने पर पोस्‍ट ऑफिस आपसे हर डिफॉल्ट पर, प्रति 100 रुपये पर 1 रुपये डिफॉल्‍ट फीस लेता है. लगातार 4 डिफॉल्‍ट्स के बाद RD अकाउंट डिसकंटीन्‍यू कर दिया जाता है. हालांकि इसे 2 महीने के अंदर रिवाइव कराया जा सकता है. लेकिन अगर इस अवधि में रिवाइव नहीं कराया गया तो आगे इसमें कोई भी डिपॉजिट नहीं होगा. मंथली डिपॉजिट करने से चूकने के बाद आपको पहले पिछला बकाया डिपॉजिट और फीस भरनी होगी, तब आपका मौजूदा मंथली डिपॉजिट मंजूर किया जाएगा.

पोस्‍ट ऑफिस RD को 3 साल बाद प्रीमैच्योरली क्लोज करा सकते हैं. पोस्‍ट ऑफिस RD पर नॉमिनेशन, अकाउंट एक पोस्‍ट ऑफिस से दूसरे में ट्रांसफर कराने की सुविधा, एक पोस्‍ट ऑफिस में कई RD खुलवाने की सुविधा इंट्रा ऑपरेबल नेटबैंकिंग/मोबाइल बैंकिंग से ऑनलाइन डिपॉजिट की सुविधा, ​इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक सेविंग अकाउंट से ऑनलाइन डिपॉजिट की सुविधा, अकाउंट को मैच्योरिटी पीरियड खत्म होने के बाद और 5 साल के लिए एक्सटेंड कराने की सुविधा उपलब्ध है. पोस्‍ट ऑफिस RD पर लोन भी लिया जा सकता है. अकाउंट खुलवाने के 1 साल बाद माजूदा बैलेंस के 50 फीसदी तक का लोन ले सकते हैं.

पोस्‍ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट (TD)

पोस्‍ट ऑफिस में 1 साल से 5 साल तक की TD खुलवा सकते हैं. अकाउंट को मिनिमम 1000 रुपये में खुलवाया जा सकता है, मैक्सिमम लिमिट नहीं है. पोस्‍ट ऑफिस TD पर मौजूदा ब्याज दर 5.5 फीसदी से 6.7 फीसदी सालाना तक है. TD सिंगल या ज्वॉइंट में, 10 साल से अधिक उम्र के नाबालिग या दिमागी रूप से कमजोर व्यक्ति के नाम पर कराई जा सकती है.

पोस्‍ट ऑफिस TD कराने के बाद 6 माह पूरे होने से पहले प्रीमैच्योर इनकैशमेंट नहीं हो सकता है. 6 माह बाद से लेकर अकाउंट के 12 माह पूरे होने तक अगर TD को बंद कराया जाता है तो पोस्‍ट ऑफिस सेविंग्स अकाउंट की ब्याज दर लागू होगी, न कि TD की. 5 साल की पोस्‍ट ऑफिस TD में निवेश को आयकर कानून के सेक्शन 80सी के तहत टैक्स से छूट प्राप्त है.

पोस्‍ट ऑफिस TD पर नॉमिनेशन सुविधा, अकाउंट एक पोस्‍ट ऑफिस से दूसरे में ट्रांसफर कराने की सुविधा, एक ही पोस्‍ट ऑफिस में कई TD खुलवाने की सुविधा, सिंगल अकाउंट को ज्वॉइंट में या ज्वॉइंट अकाउंट को सिंगल में कन्वर्ट कराने की सुविधा, अकाउंट एक्सटेंड कराने की सुविधा, इंट्रा ऑपरेबल नेटबैंकिंग/मोबाइल बैंकिंग के जरिए ऑनलाइन अकाउंट ओपनिंग सुविधा उपलब्ध है.

PPF

पोस्‍ट ऑफिस PPF अकाउंट को मिनिमम 500 रुपये से शुरू किया जा सकता है. अकाउंट पर मौजूदा सालाना ब्याज दर 7.1 फीसदी है. अकाउंट में एक वित्त वर्ष में मिनिमम 500 रुपये और मैक्सिमम 1.5 लाख रुपये जमा करना जरूरी है. अगर अकाउंट में मिनिमम सालाना अमाउंट डिपॉजिट न किया गया तो अकाउंट इनएक्टिव हो जाता है और फिर पिछला बकाया, 50 रुपये का चार्ज और एक इंस्टॉलमेंट भरने के बाद ही फिर से एक्टिव होता है. साथ ही अगर आप महीने के पूरे इंट्रेस्‍ट का फायदा लेना चाहते हैं तो हर माह की 5 तारीख तक PPF में डिपॉजिट कर दें. पोस्‍ट ऑफिस PPF पर नॉमिनेशन सुविधा, माइनर के नाम पर दूसरा PPF अकाउंट खुलवाने की सुविधा उपलब्ध है.

पोस्‍ट ऑफिस PPF का मैच्‍योरिटी पीरियड 15 साल है और इससे पहले क्‍लोजर नहीं किया जा सकता. हालांकि चुनिंदा मामलों में 5 साल की अवधि पूरा होने के बाद जरूरत पड़ने पर इसे क्लोज कराया जा सकता है. ये मामले इस तरह हैं-

1. खाताधारक, उसके जीवनसाथी या निर्भर बच्चों को जानलेवा बीमारी होने पर
2. PPF खाताधारक या निर्भर बच्चों की उच्च शिक्षा के लिए
3. खाताधारक के विदेश में बसने पर.

पोस्‍ट ऑफिस PPF में निवेश, इस पर आने वाले ब्याज और मैच्योरिटी पर मिलने वाले अमाउंट तीनों को आयकर कानून के तहत टैक्स से छूट प्राप्त है. मैच्योरिटी पीरियड पूरा होने के बाद पोस्‍ट ऑफिस PPF अकाउंट को 5 साल के ब्लॉक में बढ़ाया जा सकता है. इसके लिए मैच्योरिटी डेट से एक साल के अंदर एप्लीकेशन देनी होगी. अकाउंट एक्सटेंड कराने पर इसे आगे नए ​डिपॉजिट के साथ या बिना नए डिपॉजिट किए जारी रखा जा सकता है. मौजूदा बैलेंस पर ब्याज हासिल होता रहेगा.

पोस्‍ट ऑफिस PPF अकांउट के एक साल पूरा होने के बाद और 5 साल पूरे होने से पहले, इस पर लोन लिया जा सकता है. इसके अलावा अकाउंट के 5 साल पूरे होने के बाद इससे विदड्रॉअल भी किया जा सकता है. पोस्‍ट ऑफिस PPF पर इंट्रा ऑपरेबल नेटबैंकिंग/मोबाइल बैंकिंग के जरिए ऑनलाइन डिपॉजिट सुविधा, इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक सेविंग्स अकाउंट से ऑनलाइन डिपॉजिट की सुविधा उपलब्ध है.

पोस्‍ट ऑफिस मंथली इनकम स्‍कीम अकाउंट (MIS)

MIS का मैच्‍योरिटी पीरियड 5 साल है. इस पर मौजूदा ब्याज दर 6.6 फीसदी सालाना है, जो कि हर माह भुगतान किया जाता है. पोस्‍ट ऑफिस MIS में मिनिमम 1000 रुपये से अकाउंट खोला जा सकता है. मैक्सिमम इन्वेस्टमेंट लिमिट सिंगल अकाउंट के लिए 4.5 लाख और ज्वॉइंट अकाउंट के लिए 9 लाख रुपये है. अकाउंट को 10 साल से अधिक उम्र के नाबालिग और दिमागी रूप से कमजोर व्यक्ति के नाम पर भी खुलवा सकते हैं. अगर पोस्‍ट ऑफिस MIS को प्रीमैच्‍यो‍रली क्लोज करना चाहते हैं तो ऐसा 1 साल पूरा होने के बाद ही हो पाएगा.

अकांउट के 3 साल पूरे होने से पहले प्रीमैच्‍योर इनकैशमेंट पर पोस्‍ट ऑफिस डिपॉजिट में से 2 फीसदी काट लेगा. वहीं 3 साल पूरे होने के बाद प्रीमैच्योर इनकैशमेंट पर डिपॉजिट का 1 फीसदी काटा जाता है. पोस्‍ट ऑफिस MIS पर नॉमिनेशन सुविधा, अकाउंट को एक पोस्‍ट ऑफिस से दूसरे में ट्रांसफर कराने की सुविधा, एक ही पोस्‍ट ऑफिस में कई अकाउंट खुलवाने की सुविधा, सिंगल अकाउंट को ज्वॉइंट और ज्वॉइंट अकाउंट को सिंगल में कन्वर्ट कराने की सुविधा उपलब्ध है.

सुकन्‍या समृद्धि स्‍कीम

इस स्‍कीम के तहत अपनी बच्‍ची के फ्यूचर को सिक्योर करने के लिए अकाउंट खुलवा सकते हैं. SSY में माता-पिता 10 वर्ष तक की आयु की बच्ची के नाम पर खाता खोल सकते हैं. एक बच्ची के नाम पर एक ही खाता खुलेगा. SSY अकाउंट को मिनिमम 250 रुपये से शुरू कर सकते हैं. इसमें एक वित्त वर्ष में न्यूनतम जमा 250 रुपये और अधिकतम 1.5 लाख रुपये तय की गई है. ब्याज दर की बात करें तो इस वक्त पोस्ट ऑफिस में सुकन्या समृद्धि योजना अकाउंट पर सालाना 7.6 फीसदी का ब्याज मिल रहा है. सुकन्या समृद्धि स्कीम में अधिकतम 15 साल तक निवेश किया जा सकता है.

सुकन्या समृद्धि अकाउंट को लड़की के 21 साल का होने के बाद ही बंद किया जा सकता है. हालांकि बच्‍ची के 18 साल की होने पर उसकी शादी होने पर नॉर्मल प्रीमैच्‍योर क्‍लोजर की अनुमति है. 18 साल की उम्र के बाद बच्‍ची SSY अकाउंट से आंशिक तौर पर कैश निकासी कर सकती है. निकासी की सीमा पिछला वित्त वर्ष खत्‍म होने पर अकाउंट में मौजूद बैलेंस का 50 फीसदी तक है SSY में जमा की जाने वाली रकम पर सेक्शन 80C के तहत 1.5 लाख रुपये तक का टैक्स डिडक्शन क्लेम किया जा सकता है. इसके अलावा जमा रकम पर आने वाला ब्याज और मैच्योरिटी पीरियड पूरा होने पर मिलने वाला पैसा भी टैक्स फ्री है. इस तरह SSY ‘EEE’ कैटेगरी की टैक्स सेविंग स्कीम है.

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सीनियर सिटीजन सेविंग्‍स स्‍कीम (SCSS)

इस स्‍कीम का मैच्योरिटी पीरियड 5 साल है. SCSS पर मौजूदा ब्याज दर 7.4 फीसदी सालाना है. इस अकाउंट में केवल एक ही बार निवेश किया जा सकता है, जो मिनिमम 1000 रुपये से लेकर मैक्सिमम 15 लाख रुपये तक है. SCSS के तहत 60 साल या उससे ज्यादा की उम्र का व्यक्ति अकाउंट खुलवा सकता है. अगर कोई 55 साल या उससे ज्यादा का है लेकिन 60 साल से कम का है और VRS ले चुका है तो वह भी SCSS में अकाउंट खोल सकता है. लेकिन शर्त यह है कि उसे रिटायरमेंट बेनिफिट्स मिलने के एक माह के अंदर यह अकाउंट खुलवाना होगा और इसमें डिपॉजिट किया जाने वाला अमाउंट, रिटायरमेंट बेनिफिट्स के अमांउट से ज्यादा नहीं होना चाहिए. SCSS के तहत डिपॉजिटर इंडीविजुअली या अपनी पत्नी/पति के साथ ज्वॉइंट में एक से ज्यादा अकाउंट भी रख सकता है. लेकिन सभी को मिलाकर मैक्सिमम इन्वेस्टमेंट लिमिट 15 लाख से ज्यादा नहीं हो सकती.

सीनियम सिटीजन सेविंग्स अकाउंट पर प्रीमैच्योर क्लोजर की अनुमति है लेकिन पोस्ट ऑफिस, अकाउंट को एक साल पूरा होने से पहले बंद कराने पर कोई ब्याज नहीं देगा. वहीं अकाउंट ओपनिंग के 1 साल बाद अकाउंट क्लोज करने पर डिपॉजिट का 1.5 फीसदी काटेगा, 2 साल बाद बंद करने पर डिपॉजिट का 1 फीसदी काटा जाएगा.

मैच्योरिटी पीरियड पूरा होने के बाद अकाउंट को और तीन साल के लिए बढ़ाया जा सकता है. इसके​ लिए मैच्योरिटी वाली तारीख के एक साल के अंदर एप्लीकेशन देनी होगी. टैक्स की बात करें तो अगर SCSS के तहत आपकी ब्‍याज राशि 50,000 रुपये सालाना से ज्‍यादा हो जाती है तो TDS कटने लगता है. हालांकि इस स्कीम में इन्वेस्टमेंट पर इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 80C के तहत छूट है. SCSS पर नॉमिनेशन सुविधा, अकाउंट को एक पोस्ट ऑफिस से दूसरे में ट्रांसफर कराने की सुविधा, एक ही ऑफिस में कई SCSS अकाउंट खुलवाने की सुविधा है.

किसान विकास पत्र (KVP)

KVP पर मौजूदा ब्याज दर 6.9 फीसदी सालाना है. इसे मिनिमम 1000 रुपये में लिया जा सकता है. मैक्सिमम इन्वेस्टमेंट लिमिट नहीं है. KVP को सिंगल या ज्वॉइंट में, 10 साल से अधिक उम्र के नाबालिग और दिमागी रूप से कमजोर व्यक्ति के ​नाम पर लिया जा सकता है. KVP को किसी भी डिपार्टमेंटल पोस्‍ट ऑफिस से खरीद सकते हैं. इस पर नॉमिनेशन सुविधा उपलब्ध है. सर्टिफिकेट को एक व्यक्ति के नाम से दूसरे व्यक्ति के नाम पर और एक पोस्‍ट ऑफिस से दूसरे में ट्रांसफर किया जा सकता है. किसान विकास पत्र को जारी होने के ढाई साल बाद भुनाया जा सकता है.

नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट (NSC)

NSC का मैच्योरिटी पीरियड 5 साल है. इस पर मौजूदा सालाना ब्याज दर 6.8 फीसदी है. NSC में मिनिमम 1000 रुपये से निवेश शुरू किया जा सकता है. निवेश की कोई अधिकतम सीमा नहीं है. NSC में सिंगल या ज्वॉइंट में, 10 साल से अधिक उम्र के नाबालिग और दिमागी रूप से कमजोर व्यक्ति के नाम पर निवेश किया जा सकता है. इसमें निवेश को आयकर कानून के सेक्शन 80सी के तहत टैक्स रिबेट प्राप्त है. NSC को, जारी होने से मैच्योरिटी डेट के बीच एक बार एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति के नाम पर ट्रांसफर किया जा सकता है.

डाक घर में पैसा 100 फीसदी सेफ

छोटी बचत के निवेशकों के लिए डाक घर की बचत योजनाएं ज्यादा सेफ हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि अगर पोस्टल डिपार्टमेंट रकम लौटाने में विफल हो तो पोस्ट ऑफिस के जमा पैसों पर सॉवरेन गारंटी होती है. यानी किसी परिस्थिति में अगर पोस्टल डिपार्टमेंट निवेशकों का रकम लौटाने में फेल हो जाए तो यहां सरकार आगे बढ़कर निवेशकों के पैसों की गारंटी लेती है. किसी स्थिति में आपका पैसा फंसने नहीं पाता है. पोस्ट ऑफिस स्कीम में जमा पैसों का इस्तेमाल सरकार अपने कामों के लिए करती है. इसी वजह से इन पैसों पर सरकार गारंटी भी देती है.

दूसरी ओर, बैंक में रखे आपकी पूरी जमा पूंजी 100 फीसदी सेफ नहीं होती है. अगर कोई बैंक डिफॉल्‍ट कर जाता है तो उस स्थिति में DICGC यानी डिपॉजिट इंश्योरेंस एंड क्रेडिट गारंटी कॉरपोरेशन बैंक में कस्टमर्स के सिर्फ 5 लाख रुपये की सुरक्षा की गारंटी देता है. यह नियम बैंक के सभी ब्रांच पर लागू होता है. इसमें मूलधन और ब्‍याज दोनों को शामिल किया जाता है. यानी अगर दोनों जोड़कर 5 लाख से ज्यादा है तो सिर्फ 5 लाख ही सुरक्षित माना जाता है.

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