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गूगल के जन्मदिन पर जानिए गूगल के बारे में 10 रोचक बातें

 नई दिल्ली: सर्च इंजन (Search Engine) गूगल (Google) आप सबका दोस्त बन गया है, आपकी जिंदगी में इस तरह से शामिल हो गया है कि आप उसके बिना अपने रोजमर्रा के कामों की कल्पना भी नहीं कर सकते हैं. अब तो आलम ये हो गया है कि चाहे शिक्षक दिवस हो या गुरु पूर्णिमा लोग एक दूसरे को भेजे जाने वाले मैसेज में या सोशल मीडिया पोस्ट्स में ‘गूगल गुरु‘ को भी विश कर देते हैं. आज गूगल का जन्मदिन (Google Birthday)  है, तो ये खास मौका है, जब आप गूगल के बारे में कुछ दिलचस्प बातें जान लें-

ऐसा आया गूगल का आइडिया

क्या आपको पता है कि गूगल के संस्थापक सर्गेई ब्रिन और लैरी पेज पुराने दोस्त नहीं थे और संयोग से मिले.  22 साल के लैरी पेज मिशीगन यूनिवर्सिटी से कम्प्यूटर इंजीनियरिंग की डिग्री लेकर स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में पीएचडी करने आए थे, तब वहां पहले से पीएचडी कर रहे सर्गेई ब्रिन को ये काम सौंपा गया था कि उनको कैम्पस दिखाया जाए, ये 1995 की बात है. दोनों में दोस्ती हुई और गूगल का आइडिया निकला.

शुरुआत में गूगल का नाम बैकरब रखा गया था. तब दोनों ने वेब क्राउलर बैकरब के कांसेप्ट के लिए हाथ मिलाया था. क्योंकि तब वो शुरुआती 1 साल स्टैनफोर्ड के सर्वर्स पर काम कर रहे थे, जो काफी बैंडविड्थ खर्च कर रहा था.

क्यों रखा ये नाम?

15 सितम्बर 1997 को बैकरब की जगह उन्होंने एक नया टाइटल डोमेन नेम लिया Google. दरअसल ये Googol शब्द का जानबूझकर किया गया अपभ्रंश या ट्विस्ट है. Googol एक गणितीय शब्द है, जिसका प्रतिनिधित्व एक अंक द्वारा किया जाता है, उसके बाद 100 शून्य होते हैं यानी अपार डाटा. लोगों को लगता था कि ये गलती से गलत स्पेलिंग लिख दी है, लेकिन ये जानबूझकर किया गया था.

पहला गूगल डूडल

गूगल अपने होमपेज पर अलग अलग मौकों पर किसी महापुरुष को सम्मान देने, या किसी विशेष मौकों या त्योहारों पर सम्मान या सेलिब्रेशन के लिए Google शब्द को ही उससे जोड़कर क्रिएटिव तरीके से लिखता है. इसे डूडल कहते हैं. गूगल का पहला डूडल बर्निंग मैन फेस्टिवल से जुड़ा था. साल 1986 में सैन फ्रांसिस्को मे बर्निंग मैन फेस्टिवल मनाना शुरू हुआ था, उसी से जुड़ा पहला डूडल, गूगल पर बनाया गया था.

1998 में गूगल की पहली मार्केटिंग मैनेजर की गैराज में सर्च इंजन का पहला ऑफिस सेट किया गया था. आज वह महिला यूट्यूब की सीईओ हैं.

चुना गया लॉन्चिंग का खास दिन

जी-मेल की लॉन्चिंग के लिए गूगल ने 1 अप्रैल का दिन चुना था. जब ये तय किया गया था कि 1 अप्रैल 2004 के दिन गूगल अपनी मेलिंग सर्विस शुरू करेगा, तो दुनियाभर में लोगों ने इसे फेक खबर माना था. आज करोड़ों लोग इसका इस्तेमाल करते हैं.

डिक्शनरी में गूगल का मतलब

गूगल कभी भी किसी डिक्शनरी में शामिल नहीं था, लेकिन आज गूगल कर लो या डू गूगलिंग जैसे शब्द सर्च करने के संदर्भ में इस्तेमाल होने लगे हैं. पहली बार वर्ब के फॉर्म में गूगल का इस्तेमाल 15 अक्टूबर 2002 को एयर हुए एक टीवी शो ‘Buffy the Vampire Slayer’में किया गया था.

2001 में जब गूगल इमेज सर्च का सिस्टम शुरू किया गया तो गूगल के अधिकारी हैरान थे, पूरे 25 करोड़ लोगों ने पहले ही दिन इस फीचर को इस्तेमाल करके देखा.

गूगल पब्लिक लिमिटेड 2004 में बनी थी और गूगल ने 85 डॉलर प्रति शेयर के हिसाब से अपने 19,605,052 शेयर्स का स्टॉक बेचा. कंपनी की कुल कीमत 27 बिलियन डॉलर आंकी गई, जो उस वक्त जनरल मोटर्स की कीमत के बराबर थी.

 गूगल का हैडक्वार्टर कैलीफोर्निया के जिस शहर में मौजूद है यानी माउंटेन व्यू, वहां गूगल ने पूरे शहर को साल 2006 में फ्री वाईफाई की सुविधा दे दी थी.

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