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गाड़ी में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगवाना चाहते हैं, घर बैठे हो जाएगा काम, जानिए कैसे

नई दिल्ली: दिल्ली में गाड़ियों में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाना अनिवार्य कर दिया गया है. अगर कोई भी बिना हाई सिक्योरिटी नंबर के पकड़ा गया तो उसे मोटा जु्र्माना भरना पड़ेगा. दिल्ली सरकार के ट्रांसपोर्टेशन डिपार्टमेंट ने कहा है कि अप्रैल 2019 से पहले दिल्ली में रजिस्टर हुई गाड़ियों को हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन नंबर प्लेट (HSRP) और कलर-कोडेड फ्यूल स्टीकर्स लगाना होगा. अभी राजधानी में 30 लाख ऐसी गाड़ियां हैं जिन्हें HSRP और स्टीकर्स की जरूरत है. डिपार्टमेंट ने कहा कि इसके लिए सरकार जल्दी ही मुहिम शुरू करने वाली है.

अगर आफ ये सोचकर परेशान हैं कि हाई सिक्योरिटी नंबर कहां से मिलेगा तो हम आपका काम आसान किए देते हैं. अगर आप दिल्ली में रहते हैं तो इसके लिए आपको भटकना नहीं पड़ेगा. इसके लिए बुकिंग और भुगतान ऑनलाइन हो जाएगा. इसके बाद संबंधित डीलर आपको एक तारीख देगा और स्लॉट देगा. आप तब जाकर इस हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट को लगवा सकेंगे. 

हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाने का ऑनलाइन तरीका
1. सबसे पहले bookmyhsrp.com/index.aspx वेबसाइट पर जाएं
2. निजी और कमर्शियल गाड़ी में से जो भी आपके पास है, उसका विकल्प चुनें 
3. गाड़ी के पेट्रोल, डीजल, CNG, इलेक्ट्रिक होने का विकल्प खुलेगा, विकल्प को चुनें
4. गाड़ियों की श्रेणी खुलेगी जैसे स्कूटर, मोटरसाइकिल, कार, ऑटो, भारी वाहन, एक विकल्प चुनें
5. इसके बाद गाड़ी की कंपनी के बारे में पूछा जाएगा, उसकी जानकारी देनी होगी
6. फिर राज्यों का विकल्प खुलेगा, इसे भरने पर डीलर्स के विकल्प दिखने लगेंगे
7. डीलर का चुनाव करने के बाद वाहन संबंधी जानकारी भरनी होगी
8. रजिस्ट्रेशन नंबर, पंजीकरण तिथि, इंजन नंबर, चेसिस नंबर, ई-मेल आइडी, मोबाइल नंबर के बारे में बताना होगा
9. अगली विंडो में गाड़ी के मालिक का नाम, पता और दूसरी जानकारी भरनी होगी
10. फिर आपको वाहन की आरसी और आइडी प्रूफ भी अपलोड करना होगा
11. इसके बाद मोबाइल पर आपको OTP मिलेगा. उसे भर दें 
12. फिर बुकिंग के समय और तिथि का विकल्प दिखेगा. उसका चयन करें 
13. अंत में भुगतान की प्रक्रिया का विकल्प आ जाएगा. पेमेंट करें
14. जो भी टाइम स्लॉट मिला है जाकर नंबर प्लेट लगवा लें 

HSRP क्या है?
HSRP एक क्रोमियम बेस्ड होलोग्राम होता है. यह होलोग्राम एक स्टीकर होता है, जिसपर वाहन के इंजन और चेसिस नंबर होते हैं. यह नंबर पेंट और न स्टीकर से प्रेशर मशीन के जरिए लिखा जाता है. प्लेट पर एक तरह का पिन होगा जो आपके वाहन से जोड़ेगा. यह पिन एक बार आपके वाहन से प्लेट को पकड़ लेगा तो यह दोनों ही तरफ से लॉक होगा, किसी से खुलेगा नहीं. हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट का सबसे बड़ा फायदा यह है कि अपराधों के साथ कार चोरों पर भी लगाम लगेगी

कलर कोडेड स्टीकर्स क्या होता है?
कलर कोडेड स्टीकर फ्यूल टाइप के लिए लगाया जाता है. यानी आपकी गाड़ी पेट्रोल से चलती है या डीजल से इस आधार पर कलर कोडिंग की जाती है. पेट्रोल और CNG के लिए हल्का नीला रंग स्टीकर लगाया जाता है. डीजल के लिए ऑरेंज कलर का स्टीकर लगाते हैं. अधिकारियों के मुताबिक, इस कलर कोडेड पर रजिस्ट्रेशन नंबर, रजिस्ट्रेशन अथॉरिटी, लेजर ब्रांडेड PIN, इंजन और गाड़ी का चेसिस नंबर होगा.

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