Maharashtra

लंच पर 3 घंटे की मुलाकात में पकी कोई खिचड़ी? जानें शरद पवार संग बैठक पर क्या बोले प्रशांत किशोर

महाराष्ट्र में बढ़ी सियासी हलचल के बीच चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने शुक्रवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के प्रमुख शरद पवार से उनके मुंबई स्थित आवास पर मुलाकात की, जिससे उन अटकलों को बल मिला कि 2024 में होने वाले अगले आम चुनावों के लिए सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ एक राष्ट्रीय गठबंधन बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं। यह मुलाकात करीब तीन घंटे तक चली। इस मुलाकात में क्या खिचड़ी पकी और क्या हुआ, इस पर बहुत कुछ सामने नहीं आया है, मगर प्रशांत किशोर ने इसे महज एक प्राइवेट मीटिंग बताया है और कहा कि इसका राजनीति से कोई लेना देना नहीं है। दरअसल, प्रशांत किशोर शरद पवार की बेटी और बारामती से सांसद सुप्रिया सुले के साथ दक्षिण मुंबई में स्थित पवार के आवास ‘सिल्वर ओक’ पर सुबह करीब 11 बजे पहुंचे और दोपहर करीब 2 बजे निकले। इतना ही नहीं, एनसीपी राज्य प्रमुख जयंत पाटिल भी कुछ समय के लिए ‘सिल्वर ओक’ पहुंचे और जल्दी चले गए। एनसीपी के अंदरूनी सूत्रों ने कहा कि बैठक में जिन विषयों पर चर्चा हुई उनमें भाजपा के विकल्प की संभावना भी शामिल थी।

बैठक को लेकर एनसीपी के एक सीनियर नेता ने कहा कि पवार साहब भाजपा के खिलाफ सभी विपक्षी दलों को एक साथ लाने के लिए काम कर रहे हैं। यह स्वाभाविक है, इस मुद्दे पर चर्चा की जाएगी। वहीं एक टेक्स्ट संदेश के जवाब में प्रशांत किशोर ने कहा कि यह केवल लंच पर एक निजी शिष्टाचार मुलाकात थी और इसका राजनीति से कोई लेना-देना नहीं था। बता दें कि शरद पवार लगातार दूसरी बार केंद्र की सत्ता में आई भाजपा से मुकाबला करने के लिए विपक्षी दलों के लगातार एकजुट करने के लिए एक मंच की वकालत करते रहे हैं। 

2014 में भारती जनता पार्टी ने कांग्रेस के नेतृत्व वाले संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन को हराया था और नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने थे, तो उस वक्त प्रशांत किशोर भगाव पार्टी के चुनावी रणनीतिकार थे। हालांकि बाद में वह पार्टी से अलग हो गए और विधानसभा चुनावों के लिए कुछ विपक्षी दलों के साथ काम किया, जिनमें कहीं उऩ्हें हार मिली तो कहीं जीत। हालांकि, ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस को सत्ता में बनाए रखने और भाजपा को हराने में मदद करने के बाद वह फिर से चर्चा में आ गए हैं। वह डीएमके प्रमुख एमके स्टालिन के चुनावी रणनीतिकार भी थे।

बहरहाल, यह बैठक ऐसे वक्त में हुई है, जब महाराष्ट्र की राजनीति में कुछ अप्रत्याशित घटनाक्रम देखने को मिले। पहले शिवसेना नेता संजय राउत ने पीएम मोदी की तारीफ करते हुए उन्हें देश का टॉप नेता बताया और फिर उद्धव ठाकरे ने दिल्ली में पीएम मोदी के साथ अकेले में मुलाकात की, जिसके बाद कयासों का दौर शुरू हो गया। इतना ही नहीं, इस बैठक से एक दिन पहले ही शरद पवार ने कहा कि तीन पार्टियों का गठबंधन – महाराष्ट्र विकास अघाड़ी (एमवीए) न केवल पांच साल का कार्यकाल पूरा करेगा, बल्कि लोकसभा और राज्य विधानसभा चुनावों में भी अच्छा प्रदर्शन करेगा।

Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Most Popular

To Top