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इंदौर के तीन दोस्तों ने चाय बेचने को बनाया स्टार्टअप, आज विदेशों में हो रही है सफलता की चर्चा

नई दिल्ली. चाय एक ऐसी चीज है जो हर कोई पीना पसंद करता है और इसकी ना तो कोई जाति होती है, इसका ना कोई धर्म होता है और ना ही ये किसी सरहदों में बंधी होती है. चाय का जैसे हर कोई मुरीद होता है. इंदौर के तीन छात्रों ने स्टूडेंट्स में चाय की लोकप्रियता को देखते हुए एक स्टार्टअप खोला. चाय बेचने के इनोवेटिव आइडिया ने उन्हें ऐसी सफलता दिलाई जिसकी चर्चा आज विदेशों में भी हो रही है.

बता दें कि इंदौर में बड़ी संख्या में तैयारी करने वाले छात्र रहते हैं. इंदौर भारत का इकलौता शहर है जहां आईआईटी और आईआईएम एक साथ हैं. ऐसे में छात्रों के बीच अगर कोई सबसे कॉमन चीज है तो वो है चाय. छात्रों में चाय की इसी लोकप्रियता को देखते हुए तीन दोस्तों (अनुभव दुबे, आनंद नायक और राहुल पाटीदार) ने चाय बेचने का फ़ैसला लिया. उन्हें इस बात का अच्छी तरह से आभास था कि बाज़ार में चाय सबसे अधिक बिकनेवाली वस्तु है. ऐसा कौन होगा जिसे तुरंत ऊर्जा देनेवाली और मूड बदल देनेवाली चाय पीना पसंद नहीं होगा?

पूरे भारत में अपने कुल्हड़ चाय के स्वाद के लिए चर्चित, चाय सुट्टा बार, 2016 में 3 लाख रुपये निवेश के साथ स्टोर्स की शुरुआत की थी. अब 2020-2021 में इसका कारोबार बढ़कर लगभग 50 करोड़ रुपये हो गया है. यह ब्रांड मध्यप्रदेश के टियर-2 शहर इंदौर का है और नुक्कड़ पर चाय की चुस्की लेने की तरह, चाय सुट्टा बार का उद्देश्य स्वाद के साथ-साथ परिवेश के आरामदायक माहौल में वैसी ही कटिंग चाय का जायका देता है. भारत के पश्चिमी और उत्तरी क्षेत्र में स्वाद की मांग को पूरा करते हुए और 60 से अधिक बाजारों से उत्कृष्ट प्रतिक्रिया के बाद 165 आउट्लेटस तो वहीं विदेशों में 4 आउटलेट्स हैं.

2016 में 5 स्टोर्स और 40 कर्मचारियों के साथ चाय सुट्टा बार की शुरुआत हुई थी. हम ट्रेडिशनल जायके के साथ चाय पीनेवालों को एक बेहद अच्छा एबियंस भी उपलब्ध कराते हैं. खास बात ये हैं कि हम 9 अलग-अलग स्वाद की चाय बेचते हैं और सभी की क़ीमत एक जैसी है. हमारे मैन्यू में 10 रुपये से लेकर अधिकतम 150 रुपये में चीज़ें बेची जाती हैं. चॉकलेट, रोज़, अदरख, इलायची, पान, केसर, तुलसी, नींबू और मसाला चाय के बहुत ही लुभावने मेनू के साथ-साथ ब्रांड सभी के लिए शानदार स्मूदी, मोजितो, कोल्ड कॉफ़ी, शेक और अन्य किफायती बाइट्स पेश करते हैं, जो आपके जेब पर भारी नहीं पड़ते. ब्रांड ने हाल ही में इस गर्मी में राहत देने के लिए स्ट्रॉबेरी, कीवी और ब्लू बेरी जायके में विभिन्न प्रकार के आइस क्रशर भी लॉन्च किए हैं.

चाय के कुल्हड़ के साथ पश्चिमी, उत्तरी और उत्तरी-पश्चिमी भारत में अपनी मौजूदगी दर्ज करने के बाद, चाय सुट्टा बार भारत के पूर्वी राज्यों में अपनी शुरुआत करने के लिए पूरी तरह तैयार है. कंपनी  दिसंबर 2021 के अंत तक 200 से अधिक आउटलेट खोलने की योजना में है. ब्रांड की शुरुआत मध्य प्रदेश की कमर्शियल राजधानी इंदौर से हुई है, जो अपने छात्रों के विशाल समुदाय की वजह से चर्चित है. ब्रांड शुरू करने का विचार स्वाद के साथ आकर्षक वातावरण की लक्जरी पर ध्यान देते हुए, कटिंग चाय टपरी प्लैटर को उपलब्ध कराने से आया .

इस एक आइडिया ने आज एक बड़े स्टार्टअप का रूप ले लिया है.  साथ ही साथ 250 कुम्हार परिवार को सालाना कुल्हड़ बनाने से रोजगार प्राप्त हो रहा है. 2016 से अभी तक सभी कैफे में लगभग 3.5 करोड़ कुल्हड़ का उपयोग किया जा चूका हैं. दिव्यांग जनों को  कैफे में प्राथमिकता के साथ रोजगार और नारी सशक्तिकरण के मद्दे नजर महिलाओं की सहभागिता ने चाय सुट्टा बार को नए दौर के ब्रांड के तौर पर पहचान दिलाई है. 

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